यही जिंदगी का संंबल है। यही जिंदगी का संंबल है।
यह मत सोच ,चल नहीं सकता एक बार कदम उठा कर देख. यह मत सोच ,चल नहीं सकता एक बार कदम उठा कर देख.
जिसमे भाव न हो, वा कविता नहीं फूट जाये चाहे जब ये वो सरिता नहीं। जिसमे भाव न हो, वा कविता नहीं फूट जाये चाहे जब ये वो सरिता नहीं।
थपेड़ों को सहना है मन की ताकत ही सच्चा कहना है। थपेड़ों को सहना है मन की ताकत ही सच्चा कहना है।
मन की शक्ति मानव ,की होती है अपार जिसने इसे संजो लिया, उसका बेड़ा पार। बेड़ा होग मन की शक्ति मानव ,की होती है अपार जिसने इसे संजो लिया, उसका बेड़ा पार। ...
आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शुरुआत हो गयी आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शु...